Akbar ke Aansoo(Hindi, Hardcover, Vimla Mehta) | Zipri.in
Akbar ke Aansoo(Hindi, Hardcover, Vimla Mehta)

Akbar ke Aansoo(Hindi, Hardcover, Vimla Mehta)

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Emperor Akbar's Darbar (court) was going on. Todarmal, one of ‘Navratanas’ of Akbar's court, informed that Maharana Pratap has died .... Listening to this, faces of all the courtiers there was a wave of happiness. But after listening to the message, Akbar's eyes were full of tears. Seeing this, the whole court was stunned. Maharana Pratap confronted with the help of his handful of Swamibhakt Bhils to Akbar's strongest enemy. Keep struggling for life. Struggled with the crisis, but did not deal with Mewar's independence. 'Akbar's tears' was a hearty tribute to a self-respecting king and warrior Maharana Pratap ....बादशाह अकबर का दरबार लगा हुआ था । अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक रत्न टोडरमल ने सूचना दी कि महाराणा प्रताप की मृत्यु हो गई है... । सुनकर सभी दरबारियों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई । परन्तु संदेश सुनकर अकबर की आँखों से आँसू टपक पड़े । यह देखकर सारा दरबार स्तब्ध रह गया । सन्नाटा छा गया । चारों ओर । महाराणा प्रताप ने अपने प्रबल शत्रु बादशाह अकबर की विशाल सैना का अपने मुट्ठी भर स्वामीभक्त भीलों की टुकड़ियों से सामना किया । आजीवन संघर्ष करते रहे । महाराणा प्रताप ने परिवार और राजमहलों के सुख त्यागे । जंगलों में भटकने को बाध्य होना पड़ा । संकटों से जूझते रहे परन्तु मेवाड़ की स्वाधीनता का सौदा नहीं किया । ‘अकबर के आँसू’ एक आत्म सम्मानी राजा और शूरवीर योद्धा महाराणा प्रताप के प्रति हार्दिक श्रद्धांजली थी....