B.P.Ed. M.P.Ed. SYLLABUS - Sharirik Shiksha ke Siddhant aur Itihas(Hindi, Hardcover, Dr. Adarsh Tiwari, Dr. Sanjeev Kumar Mishra)
Quick Overview
Product Price Comparison
आज का शारीरिक शिक्षा विषय बहुत ही पेंचीदा और जटिल -सा लगता है| शारीरिक शिक्षा में नए नए नियम नवीन प्रयोगों के द्वारा अपना स्थान बना रहे है| शारीरिक शिक्षा में जहां वैज्ञानिक सिद्धांत आवश्यक है | वहां दार्शनिक सिद्धांतों का महत्व भी कुछ काम नहीं है | जहाँ वैज्ञानिक सिद्धांन्तों की सीमा समाप्त हो जाती है | वहाँ दार्शनिक सिद्धांत काम आते है| सिद्धांतों का वास्तविक कार्य तो सत्य या वास्तविकता को स्थाई रूप देना है| जब एक बार सिद्धांतों को स्थाई रूप मिल जाता है |तो फिर उस विषय के उदेश्यों की प्राप्ति के लिए प्रकश स्तम्भ का कार्य करते है | यदि उद्देश्य की प्राप्ति के मार्ग पर किसी प्रकार का बढ़ा आये तो यह मार्ग दर्शन या निर्णायक के रूप में अपना निर्णय देते है | सिद्धांतों के द्वारा ही इस बात के ठोस प्रमाण मिलते है कि जिस वस्तु की केवल कल्पना होती है |पुस्तक शारीरिक शिक्षा कि सिद्धांत और इतिहास में शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत और इतिहास पर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई है | आशा है की यह पुस्तक छात्रों व अध्यापकों के लिए लभिन्नवत सिद्ध होगी |