Gita Press, Gorakhpur सूर विनय पत्रिका (कोड-61) और श्री कृष्ण बाल माधुरी (कोड-62) (Combo Pack Of 02 Book's) Sur Vinay Patrika & Shri Krishna Bal Madhuri (Saral Bhavarth Sahit) (Code - 61 & 62) (Geeta Press) (Paperback, Hindi, Shri Surdas Ji)(:), Hindi, GEETAPRESS, GORAKHPUR)
Quick Overview
Product Price Comparison
गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित "सूर विनय पत्रिका" (कोड-61) और "श्री कृष्ण बाल माधुरी" (कोड-62) का यह 2 पुस्तकों का कॉम्बो पैक भक्तों के लिए एक विशेष आध्यात्मिक संग्रह है। इन दोनों पुस्तकों में श्री सूरदास जी की रचनाओं का सरल भावार्थ सहित प्रस्तुत किया गया है, जो कृष्ण भक्ति में रुचि रखने वालों के लिए अत्यंत उपयुक्त है।पुस्तक विवरणसूर विनय पत्रिका (कोड-61):प्रारूप: पेपरबैकपृष्ठ संख्या: 368भाषा: हिंदी (सरल भावार्थ सहित)प्रकाशक: गीता प्रेस, गोरखपुरविवरण: इसमें श्री सूरदास जी की रचनाओं का संकलन किया गया है, जो भगवान श्री कृष्ण के प्रति भक्ति और प्रेम को व्यक्त करती हैं।श्री कृष्ण बाल माधुरी (कोड-62):प्रारूप: हार्डकवरपृष्ठ संख्या: 272भाषा: हिंदी (सरल भावार्थ सहित)प्रकाशक: गीता प्रेस, गोरखपुरविवरण: इसमें भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का संकलन किया गया है, जो भक्तों के लिए अत्यंत प्रिय हैं। क्यों चुनें यह कॉम्बो पैक?प्रामाणिकता: गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित होने के कारण इन पुस्तकों की प्रामाणिकता सुनिश्चित है।सरल भावार्थ: इनमें श्री सूरदास जी की रचनाओं का सरल और स्पष्ट भावार्थ प्रस्तुत किया गया है, जिससे पाठकों को समझने में आसानी होती है।आध्यात्मिक उन्नति: इन ग्रंथों का नियमित अध्ययन मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति में सहायक है।