Sher-E-Garhwal Azadi Ke Aandolan Ke Ek Gumnaam Nayak Ki Kahani(Hindi, Paperback, Nautiyal Kranti) | Zipri.in
Sher-E-Garhwal Azadi Ke Aandolan Ke Ek Gumnaam Nayak Ki Kahani(Hindi, Paperback, Nautiyal Kranti)

Sher-E-Garhwal Azadi Ke Aandolan Ke Ek Gumnaam Nayak Ki Kahani(Hindi, Paperback, Nautiyal Kranti)

Quick Overview

Rs.300 on FlipkartBuy
Product Price Comparison
यह पुस्तक पराधीन भारत में सन 1919-20 में हिमालय की दून घाटी में एक छोटे से छात्र-आंदोलन से प्रस्फुटित एक ऐसे ऐतिहासिक घटनाक्रम का आत्मकथात्मक स्वरूप है, जिसमें हमारे नायक को स्कूल से निकाल देने से लेकर उसके तत्कालीन ब्रिटिश गढ़वाल में भारत छोड़ो आंदोलन का नायक बनने तक के शानदार सफर के कई रोमांचकारी किस्से शामिल हैं।कर्नल इबटसन पर जानलेवा हमला करने, तत्कालीन ब्रिटिश गवर्नर मैलकम हेली का बायकॉट करने, आधुनिक उत्तराखंड के 'बारदोली' कहे जानेवाले गुजड़ू में एक बड़ा किसान आंदोलन खड़ा करने के साथ-साथ लैंसडौन गढ़वाल को सशस्त्र विद्रोह के माध्यम से स्वतंत्र करवाने के प्रयास और स्वाधीन भारत के पहले चुनाव आदि जैसे तमाम ऐतिहासिक घटनाक्रमों से जुड़े हुए कई सनसनीखेज वृत्तांतों को समेटे यह दस्तावेज, एक गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी की जीवन-यात्रा का ही नहीं बल्कि संपूर्ण मानवीय जीवन और संवेदनाओं का स्वत:पूर्ण आख्यान है।