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Vivekananda Wisdom Kit (Vivekanand Ki Atmakatha+Vivekanand Tum Laut Aao+Main Vivekanand Bol Raha Hoon) Set Of 3 Books(Bundle, Hindi, Sankar;Shubhangi Bhadbhade;Giriraj Sharan Agrawal) | Zipri.in
Vivekananda Wisdom Kit (Vivekanand Ki Atmakatha+Vivekanand Tum Laut Aao+Main Vivekanand Bol Raha Hoon) Set Of 3 Books(Bundle, Hindi, Sankar;Shubhangi Bhadbhade;Giriraj Sharan Agrawal)

Vivekananda Wisdom Kit (Vivekanand Ki Atmakatha+Vivekanand Tum Laut Aao+Main Vivekanand Bol Raha Hoon) Set Of 3 Books(Bundle, Hindi, Sankar;Shubhangi Bhadbhade;Giriraj Sharan Agrawal)

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Product Price Comparison
Vivekananda Wisdom Kit (Vivekanand Ki Atmakatha+Vivekanand Tum Laut Aao+Main Vivekanand Bol Raha Hoon) Set of 3 BooksVivekanand Ki Atmakathaस्वामी विवेकानंद नवजागरण के पुरोधा थे। उनका चमत्कृत कर देनेवाला व्यक्तित्व, उनकी वाक‍्शैली और उनके ज्ञान ने भारतीय अध्यात्म एवं मानव-दर्शन को नए आयाम दिए। मोक्ष की आकांक्षा से गृह-त्याग करनेवाले विवेकानंद ने व्यक्तिगत इच्छाओं को तिलांजलि देकर दीन-दुःखी और दरिद्र-नारायण की सेवा का व्रत ले लिया। उन्होंने पाखंड और आडंबरों का खंडन कर धर्म की सर्वमान्य व्याख्या प्रस्तुत की।Vivekanand Tum Laut Aaoइसी पुस्तक से भारत के आध्यात्मिक व सांस्कृतिक आकाश के सबसे जाज्वल्यमान नक्षत्र स्वामी विवेकानंद का जीवन यद्यपि अल्पायु था, पर अपनी प्रखर वाणी और विचारों के कारण वे भारतीय जनमानस के मन-मस्तिष्क पर गहरे से अंकित हैं।Main Vivekanand Bol Raha Hoonभारतीय आध्यात्मिक चेतना के सिरमौर स्वामी विवेकानंद अद्भुत मेधा के स्वामी थे। उन्होंने कहा था कि सारे अनर्थों की जड़ है हमारी गरीबी। स्वामीजी दरिद्रनारायण के दुखों से द्रवित और दलितवर्ग के प्रति किए जानेवाले अन्याय से व्यथित थे। वे जाति-पाँति के घोर विरोधी थे और इसे सामाजिक जीवन का घोर कलंक मानते थे। स्वामीजी का विश्वास था कि प्रत्येक राष्ट्र को अपनी नारी-जाति का सम्मान करना चाहिए।