शिक्षा की रीति (Shiksha ki Reeti)(Paperback, जगराम सिंह (Jagram Singh))
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किताब के बारे में: जीवन को सजाने सँवारने का तो काम वास्तव में शिक्षा द्वारा ही होता है जो जन्म काल से ही बालक को संस्कार स्वरुप प्राप्त होता है शिक्षा सच में व्यक्ति के जीवन में चरित्र के साथ साथ समग्र व्यक्तित्व, भारतीय ज्ञान परंपरा की अकूत सम्पदा की अक्षय थाती और अपने पैरों पर खड़े होने का स्वावलंबी सामर्थ्य, अर्थात जिम्मेदार नागरिक, अनुशासित जीवन चर्या, आत्मविश्वास से परिपूर्ण मानस आदि का सबल माध्यम एवं साधन, साधना, स्वरुप होती है यह तभी संभव हो पाता है जब पूर्ण शिक्षा का सुयोग्य शिक्षण हो। इसी सुयोग्य शिक्षण में यथा-शिक्षा की रीति, आदर्श शिक्षा, आदर्श विद्यालय, आदर्श अभिवावक, आदर्श शिक्षार्थी, आदर्श शिक्षक, के साथ ही बालक का शारीरिक विकास, बालक का भाषा विकास, बालक का संवेगात्मक विकास, बालक का सामाजिक विकास, बालक का नैतिक वा चारित्रिक विकास, बालक का पंचकोशीय विकास, बालक के विकास में - घर, विद्यालय, समाज का योगदान और अंत में राष्ट्र के पुनर्निर्माण में शिक्षकों की भूमिका आदि अनेक गूढ़ रहस्यों को जो कभी भारतीय शिक्षा मनीषियों द्वारा प्रादुर्भूत किये गए थे उन्हें ही क्रमबद्ध इस ‘शिक्षा की रीति’ नामक शब्द-हार में पिरोने के दुर्गम कार्य को साध्य करने का दुस्साहस किया। निश्चय ही यह पुष्प समस्त शिक्षा अनुरागियों को घनघोर अँधेरे में एक लघु टिमटिमाते दीप की तरह प्रेरणा स्वरुप सहायक होगा और व्यक्तिव के गढ़ने में एक बहुमूल्य उपकरण सिद्ध होगा। अंततःसेवक की यह लघु भेंट सभी शिक्षा पुजारियों को स्वीकार हो। इसी निवेदन के साथ-जगराम सिंह जीवन परिचय , नाम: जगराम सिंह चौहान, , पिता का नाम: स्व. श्री इंदल सिंह चौहान, माता का नाम: स्व. श्रीमती गोमती देवी शैक्षिक योग्यता: स्नातकोत्तर-अंग्रेजी, शैक्षणिक सेवा- 1988-1991 प्रवक्ता-अंग्रेजी (हायर सेकेंडरी स्कूल, मध्य प्रदेश) सामाजिक सेवा: 27 जुलाई 1992 से-आज तक (प्रचारक-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ)वर्तमान दायित्व: संयोजक- उत्तर और पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र, (शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास) व्याख्यान प्रस्तुति: (1) भारत दर्शन-300 (2) हिंदुत्व-100 (3) भारतीय संस्कृति-150 (4) परिवार-500 (5) पर्यावरण -100 (6) राष्ट्र-200 (7) मातृभूमि-300 (8) भारतीय शिक्षा-150 (9) वसुधैव कुटुम्बकम-50 (10) हिन्दू जीवन शैली-200(11) भारत के युवा-450 साहित्यिक लेखन सेवा - ज्ञान बुक्स प्रकाशन दिल्ली , ENGLISH GRAMMAR : , 1-New Flow Of General English , 2- New Flow Of Spoken English , POETRY : 1-Glimpse Of Inspiration , हिंदी काव्य: (1) काव्यांजलि भोर (2) काव्यांजलि उदय (3) काव्यांजलि किरण (4) काव्यांजलि प्रभात (5) काव्यांजलि तेज , हिंदी गद्य: 1) सामाजिक क्रांति के शिल्पी (2) समरसता के भगीरथ (3) उत्सव हमारे प्राण (4) राष्ट्र के गौरव (5) सेतुबंध (6) समन्वय- लक्ष्य की ओर (7) अतीत की धरोहर (8) पुरखों की सीख (9) शिक्षा की रीति (10) विजयपथ (11) रणचंडी (12) चिनगारी (13) भारतीय विज्ञान की ऊँची उड़ान , प्रभात बुक्स प्रकाशन दिल्ली: गद्य साहित्य - (1) मां (2) हमारी प्रार्थना (3) भारत दर्शन, अर्चना बुक्स प्रकाशन भोपाल: गद्य साहित्य - (1) लोक पूजन विधि (2) संस्कार सागर (3) राष्ट्र की संजीवनी , मध्य प्रदेश ग्रन्थ अकादमी भोपाल: गद्य साहित्य- (1) शिक्षा के तीन पग, जय श्री राम अनुक्रम: आभार -----------------------------------5, प्रशस्ति -----------------------------------7, शिक्षा की रीति -----------------------------------13, 1. आदर्श शिक्षा -----------------------------------19, 2. आदर्श विद्यालय -----------------------------------22, 3. आदर्श अभिभावक -----------------------------------28, 4. आदर्श शिक्षार्थी -----------------------------------33, 5. आदर्श शिक्षक -----------------------------------41, 6. बालक का शारीरिक विकास -----------------------------------47, 7. बालक का मानसिक विकास -----------------------------------55, 8. बालक का भाषा विकास -----------------------------------62, 9. बालक का संवेगात्मक विकास -----------------------------------67, 10. बालक का सामाजिक विकास -----------------------------------76, 11. बालक का नैतिक व चारित्रिक विकास -----------------------------------83, 12. पंचकोश साधना -----------------------------------88, 13. बालक के विकास में घर, विद्यालय, समाज का योगदान -----------------------------------221, 14. राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका -----------------------------------227, सिंहावलोकन ----------------------------------- 232