Indradhanush Rang Jivan Ke
Quick Overview
शालिनी पारस Shalini Paras द्वारा लिखी यह पुस्तक 21 (इक्कीस) कहानियों का संकलन है। यह संकलन वर्तमान भारतीय समाज में नारी के वास्तविक अस्तित्व का चित्र खींचता है। इन कहानियों के पात्र हमें अपने आस-पास के ही प्रतीत होते है। जहाॅ कहानी ‘प्रेरणा‘, ‘उम्मीद‘, ‘दास‘, ‘परिवर्तन‘ हमें जीने की राह सिखाते है, वही दूसरी ओर ‘दूसरी डोली‘, ‘दूसरा प्यार‘ जैसी कहानियाों के पात्र हमे समाज में किए जाने वाले आवश्यक परिवर्तनों की ओर संकेत देते है। अन्य कहानियों जैसे ‘राह के मुसाफिर‘ ‘बुद्धा‘, ‘चुनाव ड्यूटी‘, ‘हैण्डसम ब्वाय‘ जैसी कहानियों को पढ़कर निश्चित ही पाठकों के मन में एक सुखद अहसास की अनुभूति होगी। कहानी ‘पछतावा‘, ‘हत्या‘ जैसी कहानियों को पात्रों से मिलकर पाठकगण समाज में आये एकाकीपन और निराशा से होनो वाले दुष्प्रभावों को महसूस करेगें। यह सभी कहानियाॅ अत्यन्त अर्थपूर्ण है।
शालिनी पारस Shalini Paras द्वारा लिखी कहानियों की यह द्वितीय पुस्तक है। उनकी प्रथम पुस्तक ‘‘अहसास रिश्तों के‘‘ को इतना प्यार और आशीर्वाद देने के लिए, सभी पाठकों और वरिष्ठजनों को आभार और ईश्वर को कोटि-कोटि प्रणाम करते हुए उनके श्री चरणों मे पुनः अपनी दूसरी पुस्तक समर्पित करती हॅू।