Smrtiyon ke Praangan Se Ek sankalan | Zipri.in
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Smrtiyon ke Praangan Se Ek sankalan

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1. ‘पर्वतीय’ समाचार पत्र के संस्थापक- प्रधान संपादक स्वर्गीय बिष्णु दत्त उनियाल (३० मई १९२१-१६ नवंबर १९८८) के जन्म शताब्दी वर्ष में प्रकाशित इस पुस्तक में ‘पर्वतीय’ के विभिन्न अंकों में प्रकाशित संपादकीय एवं लेखों का संकलन है।
2. साथ ही ‘पर्वतीय‘ समाचार पत्र एवं बिष्णु दत्त उनियाल से संबंधित रहे अनगिनत पाठकों तथा परिचितों में से कुछ के संस्मरण भी इस पुस्तक में सम्मिलित किये गएँ हैं।
3. श्रद्धेय बिष्णु दत्त उनियाल की स्वलिखित जीवनी और उनसे तथा ‘पर्वतीय’ से सम्बंधित कुछ तस्वीरें भी पुस्तक में सम्मिश्र की गयीं हैं।
4. मुख्यतः प्रधान कार्यालय नैनीताल से पचास से अस्सी के दशकों के दशक में प्रकाशित ‘पर्वतीय’ पत्र ने कभी किसी भी राजनैतिक दल या विचारधारा से समीपता ना रखते हुए, तत्कालीन समय में एक सलाहकार, समीक्षक, एवं प्रतिपक्षी की भूमिका निभाई। 1 मई 1972 को दैनिक ‘पर्वतीय’ उत्तर प्रदेश राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों से प्रकाशित होने वाला पहला दैनिक
समाचार पत्र बना।
5. तत्कालीन घटनाओं के दस्तावेज़ के रूप में यह संकलन, उत्तराखण्ड एवं तत्कालीन क्षेत्रीय, राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, राजनैतिक, सामाजिक गतिविधियों व समाचारों, साहित्य, पत्रकारिता, संस्कृति एवं पर्यावरण मे रूचि रखने वाले जिज्ञासुओं, शोधार्थियों तथा इतिहासकारों को लाभान्वित करेगा।